मिज़ोरम निवासियों द्वारा मनाए जाने वाले विभिन्न महत्त्वपूर्ण महोत्सवों में से एक चपचार कुट भी है। स्थानीय लोग बेकार एवं बंजर पड़ी ज़मीन को साफ करके, उसे खेती योग्य बनाते हैं। उसके बाद उस पर खेती की जाती है। बस, यह पर्व उसी उपलक्ष्य पर मनाया जाता है। मिज़ोरम में झूमिंग (काटना और जलाना) पद्धति से खेती की जाती है। इस प्रणाली के तहत हर साल खेतों को बारी-बारी से रोपित किया जाता है। इस दिशा में जंगलों को साफ करने की आवश्यकता होती है। यद्धपि इस कार्य में बहुत श्रम लगता है, इसलिए लोग इस काम के बाद आराम करते एवं उत्सव मनाते हैं।
इस पारंपरिक पर्व को मनाने की शुरुआत 15वीं सदी से हो गई थी। चपचार कुट के दौरान स्थानीय लोग चाई नृत्य करते हैं। इस नृत्य में महिलाएं एवं पुरुष एक गोले के अंदर खड़े हो जाते हैं और एक दूसरे की कमर व I